लिहाफ़- इस्मत चुग़ताई | Lihaaf Ismat Chughtai Story
लिहाफ़-इस्मत चुग़ताई (Lihaaf by Ismat Chughtai) जब मैं जाड़ों में लिहाफ़ ओढ़ती हूँ, तो पास की दीवारों पर उसकी परछाईं हाथी की तरह झूमती हुई मालूम होती है और एक दम से मेरा दिमाग़...
लिहाफ़-इस्मत चुग़ताई (Lihaaf by Ismat Chughtai) जब मैं जाड़ों में लिहाफ़ ओढ़ती हूँ, तो पास की दीवारों पर उसकी परछाईं हाथी की तरह झूमती हुई मालूम होती है और एक दम से मेरा दिमाग़...